ब्लड यूरिया क्या है (What is urea test)
मनुष्य में प्रोटीन उपापचय (protein metabolism) का प्रमुख उत्पाद यूरिया है। यह रक्त के गैर प्रोटीन नाइट्रोजन यौगिक का सबसे बड़ा अंश है। यूरिया यकृत में उत्पन्न होता है और मूत्र में गुर्दे के माध्यम से उत्सर्जित होता है। नतीजतन, रक्त में यूरिया का स्तर प्रोटीन के सेवन, प्रोटीन अपचय (protein catabolism) और गुर्दे के कार्य (kidney function) पर निर्भर करता है।
सीरम यूरिया का
रक्त में बढ़ा हुआ स्तर गुर्दा रोग, यकृत रोग, हार्ट डिजीज, मधुमेह, संक्रमण आदि
रोगों में देखा जाता हैं।
सीरम यूरिया का
रक्त में घटा हुआ स्तर यकृत (liver) की गंभीर बीमारी में देखा
जाता है।
यूरिया चक्र (Urea cycle)
यूरिया टेस्ट के बारे में चर्चा करने से पहले हमें यूरिया चक्र के बारे में संक्षेप में जानना आवश्यक है। ताकि आप समझ सकें कि यूरिया कैसे बनता है? यूरिया बनने में किन किन चीजो का योगदान होता है आदि।
यूरिया सूत्र या यूरिया रासायनिक सूत्र (Urea formula or urea chemical formula)
CH₄N₂O
यूरिया और रक्त यूरिया नाइट्रोजन के बीच अंतर (Difference between Urea and Blood urea nitrogen)
यदि हम दोनों के
आणविक भार को देखते हैं, तो यूरिया का
आणविक भार 60 है और रक्त
यूरिया नाइट्रोजन (BUN) का आणविक भार 28 है। इसलिए यदि
हम यूरिया को BUN से विभाजित करते
हैं तो हमें एक संख्या प्राप्त होती है 2.14
इसका अर्थ हुआ कि यूरिया का मान यूरिया नाइट्रोजन से लगभग दुगुना होता है। यदि
किसी व्यक्ति का सीरम यूरिया का मान 40 mg/dl है, तो हम इसे 2.14 से विभाजित करके रक्त यूरिया नाइट्रोजन (BUN) में परिवर्तित कर सकते हैं।
यूरिया टेस्ट की विधिया (urea test methods)
सीरम यूरिया टेस्ट करने के कई तरीके हैं जो इनकी अभिक्रिया (reaction) और किट पर आधारित होते है। यूरिया के किट फिक्स टाइम (fix time), एंड पॉइंट (endpoint) या काइनेटिक (kinetic) अभिक्रिया पर आधारित होते है।
यहां हम यूरिया बर्थेलॉट विधि (Berthelot method) पर चर्चा कर रहे हैं। यह एक अंतिम बिंदु (endpoint) पर आधारित अभिक्रिया है। अर्थात एक बिंदु पर आकर अभिक्रिया पूरी हो जाती है और उसके बाद कभी भी रीडिंग ली जा सकती है। यह रीडिंग 630 नेनोमीटर की तरंगदैर्घ्य (wavelangth) पर ली जाती है।
यूरिया बर्थेलॉट विधि (Berthelot method)
यूरिया टेस्ट का सिद्धांत (urea test principle)
यूरिया क्षारीय (alkaline
medium) माध्यम में यूरिया एंजाइम की उपस्थिति में अमोनिया और
कार्बन डाइऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। यूरिया के टूटने से मुक्त अमोनिया
हाइपोक्लोराइट और सैलिसिलेट के साथ नाइट्रोप्रुसाइड की उपस्थिति में क्रिया करके
डाइकारबॉक्साइंडोफेनॉल बनाता है।
इस क्रिया द्वारा उत्पन्न रंग की तीव्रता सीरम नमूने में मौजूद यूरिया की
सांद्रता के समानुपाती होती है और इसे 630 नेनोमीटर की तरंगदैर्घ्य (wavelangth) पर केलोरीमीटर (colorimeter) या फोटोमीटर द्वारा
मापा जाता है।
यूरिया टेस्ट हेतु आवश्यक सामग्री
टेस्ट ट्यूब
माइक्रोपिपेट (10-1000
μL)
माइक्रोपिपेट टिप्स (Micropipette tips)
केलोरीमीटर (Colorimeter) या बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर
यूरिया टेस्ट किट
टेस्ट पूर्व तैयारी
किसी भी किट को
उपयोग में लेने से पहले किट के दिशा निर्देशो को ध्यान से पढ़ ले।
अभिकर्मक की तैयारी
किट पर निर्भर करती है, इसलिए किट के अनुसार अभिकर्मक तैयार करें और किट (kit) के दिशा निर्देशो का पालन
करें। क्योकि कई किट इस्तेमाल करने के लिए तैयार होते है। और कुछ किट के अभिकर्मक
(reagent) को उपयोग में लेने के लिए तैयार करना पड़ता है। जैसे यदि अभिकर्मक (reagent) पाउडर के रूप में है
तो इसे घोलकर मिश्रित करना पड़ता है या किसी reagent को activate करना होता है।
कार्यशील अभिकर्मक
तैयार करने के लिए बोतल के लेबल पर दिए गए निर्देश के अनुसार अभिकर्मकों को गोल
अथवा दाये बाए घुमाकर तैयार करे।
बोतल को तेज नहीं
घुमाये। (do not shake)
किट को 2−8 ° C तापमान पर संग्रहित किया जाना चाहिए।
अवधि पार (expired) किट का इस्तेमाल न
करें।
यूरिया टेस्ट करने का तरीका (urea breath test procedure)
Tube |
1 (blank) |
2 (standard) |
3 (test) |
Working
Reagent 1 |
1ml |
1 ml |
1 ml |
Standard |
− |
10 µl |
− |
Sample |
− |
− |
10
µl |
(2) 5 मिनट के बाद reagent को रखने का कोई औचित्य नहीं है क्योकि
सीरम में जितना भी युरिया उपस्थित था वह अमोनिया में बदल गया है इस कारण इसे end
point रिएक्शन कहते है।
Tube |
1 (blank) |
2 (standard) |
3 (test) |
Reagent 2 |
1ml |
1 ml |
1 ml |
(3) अब ऊपर दी गई सारणी के अनुसार दुसरे reagent को मिलाकर तीनो ट्यूब को तैयार कर लेते है और 5 मिनट के लिए 37 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखते हैं। इन 5 मिनट के समय अन्तराल मे दुसरे अभिकर्मक के साथ क्रिया करने से एक रंगीन पदार्थ बनता है।
(4) उत्पन्न
रंग की तीव्रता सीरम नमूने में मौजूद यूरिया की सांद्रता के समानुपाती होती है। 5 मिनट के बाद किन्तु एक घंटे से पहले कभी भी
रीडिंग को लिया जा सकता है।
यूरिया की जाँच किससे की जाती है ? (sample types)
यूरिया की जाँच मूत्र और रक्त दोनों से की जा सकती है। अधिकतर मामलो में सीरम (serum) के नमूने का उपयोग किया जाता है। रक्त नमूना hemolysis नहीं होना चाहिए। जब रक्त में उपस्थित लाल रक्त कणिकाओ के टूटने से हिमोग्लोबिन बाहर निकलकर सीरम या प्लाज्मा में मिश्रित हो जाता है तो उससे उसे hemolysis कहा जाता है।
यूरिया टेस्ट के
लिए प्लाज्मा (plasma) का भी उपयोग किया जा सकता है, लेकिन यह अमोनिया से मुक्त होना चाहिए।
जैसे अमोनियम ऑक्सालेट आदि anticougulant का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि
अमोनिया आयनों की उपस्थिति परिणाम में बाधा उत्पन करता है।
सोडियम फ्लोराइड मिश्रित
प्लाज्मा का भी उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह urease
एंजाइम की गतिविधि को
रोकता है।
हिपेरिन या EDTA
प्लाज्मा का उपयोग किया जा सकता है।
जब मूत्र के नमूने में यूरिया की जाँच की जाती है तो इसे 1:99 के अनुपात में पतला (diluted) किया जाता है और परिणाम को 100 से गुणा करके अंतिम परिणाम प्राप्त किया जा सकता है।
रक्त में यूरिया की जाँच प्रक्रिया (blood urea test process)
सभी
बायोकेमेस्ट्री टेस्ट एक ही सिदान्त पर कार्य करते है और कुछ चरणों को छोड़कर सभी
में सामान चरणों को फॉलो किया जाता है। इसमें तीन टेस्ट ट्यूब का उपयोग किया जाता
है
पहली ट्यूब को
blank के नाम से चिन्हित कर देते है
दूसरी ट्यूब को
हम standard के रूप में चिन्हित कर देते है और
तीसरी ट्यूब को test के नाम से चिन्हित कर देते है।
यदि हम बायोकेमिस्ट्री
एनालाइजर पर टेस्ट लगा रहे है तो एक बार एनालाइजर को पहली और दूसरी ट्यूब से सेट
करने के बाद केवल तीसरी ट्यूब का उपयोग से बहुत से टेस्ट लगा सकते है। यदि
केलोरीमीटर (colorimeter) का उपयोग करते है तो तीनो ट्यूब को प्रत्येक बार उपयोग में लेना पड़ता
है।
सबसे पहले आप टेस्ट का चयन करें। यहाँ हम यूरिया टेस्ट का चयन करते हैं।
अब टेस्ट को शुरू करने के लिए distilled water को मशीन में aspirate करें।
अब ट्यूब नंबर 1 जो हमने blank के रूप में चिन्हित किया था, को aspirate करें।
यदि आप केलोरीमीटर (colorimeter) का उपयोग कर रहे हैं तो ट्यूब नंबर 1 के साथ शून्य पर सेट करें।
अब ट्यूब नंबर 2 को aspirate करें। इसे ट्यूब के साथ आप मशीन को केलिबरेट भी कर सकते है।
केलोरीमीटर (colorimeter) के मामले में आप OD (optical density) को नोट कर ले।
अब ट्यूब 3 के रूप में चिह्नित टेस्ट ट्यूब के reagent को aspirate किया जाता है और टेस्ट की OD (optical density) को नोट करें, यदि आप केलोरीमीटर (colorimeter) का उपयोग कर रहे हैं।
ट्यूब 3 को एस्पिरेट करने के बाद, यह OD को मापने और कंप्यूटर सिस्टम द्वारा गणना करने के बाद परिणाम देने में कुछ समय लेता है।
यदि यूरिया का मान किट की अंतिम रेखा से अधिक होता है, तो सीरम को नार्मल सेलाइन के साथ 1: 9 के अनुपात में dilute किया जाता है और परिणाम को 10 से गुणा किया जाना चाहिए।
यदि आप colorimeter का उपयोग कर रहे हैं तो इस सूत्र का उपयोग करके परिणाम प्राप्त कर सकते है।
ब्लड यूरिया कितना होना चाहिए (blood urea normal range india)
यूरिया का सामान्य मान (Urea normal range)
15 −45 mg/dl
रक्त यूरिया नाइट्रोजन सामान्य रेंज (Blood urea nitrogen normal range)
5 −21 mg/dl
यूरिया क्रिएटिनिन अनुपात (Urea creatinine ratio)
20 −35 mg/dl mg/dl
मूत्र में यूरिया का सामान्य मान (Urea in urine)
26 −43 g/24 h (0.43−0.72 mol/24 h)
टेस्ट की सीमायें
सभी अभिकर्मकों (reagents) को उपयोग से पहले कमरे के तापमान पर लाएँ।
working reagents की OD यानी optical density आसुत जल के मुकाबले 578 नैनोमीटर पर 0.200 से अधिक हो तो reagents का उपयोग नहीं करना चाहिए।
आत्यधिक उच्च तापमान और अत्यधिक निम्न तापमान पर अभिकर्मकों को न रखे और सीधे सूर्य के प्रकाश से बचाएं क्योंकि यह किट को ख़राब कर सकता है।
यदि यूरिया का मान किट के अधिकतम मान से अधिक आता है, तो नमूने को पतला (dilute) करें।
कांच की सामग्री धोने के लिए डिटर्जेंट युक्त अमोनियम आयनों और मजबूत ऑक्सीकरण वाले पदार्थो (सोडियम हाइपोक्लोराइट) का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
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