कोरोना वायरस की महामारी में सभी के मुंह पर मास्क (face mask) नजर आते हैं किंतु तरह तरह के मास्क के बीच एक सवाल सभी के जहन में उठता है कि हमारे लिए कौन सा मास्क सही रहेगा ( best mask for me) ? मास्क का उपयोग न केवल कई बीमारियों से रक्षा करता है बल्कि प्रदूषण से ( pollution mask) भी बचाव करता है।
मास्क के प्रकार (types of mask)
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि मास्क कितने प्रकार के होते हैं और कौन सा मास्क किसके लिए उपयोगी हैं।
हमारे बीच जितने भी मास्क दिखाई देते हैं उनको हम तीन भागों में बांट सकते हैं।
1. घर पर बनाये गये मास्क (homemade) या कपड़े के मास्क ( clothes mask)
इस प्रकार के मास्क साधारण कपड़े के बने हुए होते हैं जो हर किसी के द्वारा कपड़े को सीलकर घर पर भी बनाये जाते है।mask making तकनीक काफी आसान है। फेेस मास्क की लागत एवम कीमत सबसे कम होती हैं। इस प्रकार के मास्क विभिन्न डिजाइन, विभिन्न रंगों और विभिन्न प्रकार के कपड़ों के बने हो सकते है। कुछ लोग इसे तीन तरह के कपड़ों का इस्तेमाल करके तीन परत वाला मास्क बना लिया जाता हैं।
ये मास्क कोरोना वायरस से बचाव के लिए नहीं है। मान लीजिए यदि कोई बच्चा एक पटाखे से डर जाता है तो ये पटाखा लेकर दुश्मन की सीमा में घुस जाना मूर्खता है।
हर व्यक्ति द्वारा और हर समय मास्क के इस्तेमाल की आवश्यकता नही होती हैं। मास्क का इस्तेमाल घर से बाहर निकलने पर आवश्यकता अनुसार किया जा सकता हैं। घर में भी यदि किसी को लक्षण दिखाई दे तो लक्षणों वाले व्यक्ति से दूरी के साथ साथ मास्क आदि का भी ध्यान रखना चाहिए।
क्या बच्चों के द्वारा मास्क इस्तेमाल किया जाना चाहिए ?
मास्क पहनने से पहले इसके इस्तेमाल के बारे में जानकारी होना आवश्यक होता हैं। यदि मास्क पहनने के बाद भी यदि इसको बार बार निकाला जाता हैं, यहाँ वहाँ रखा जाता हैं, मास्क को बार बार छूकर खाद्य वस्तुओं का सेवन करना तो मास्क पहनना न पहनने के बराबर हो जाता हैं।
इसलिए यदि बच्चों द्वारा मास्क का सही इस्तेमाल किया जाता है तो बच्चों के लिए मास्क का उपयोग करने में कोई हर्ज नहीं है। वही दो साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मास्क का उपयोग नहीं करने की सलाह दी जाती हैं।
कपड़े के मास्क का इस्तेमाल कौन कर सकते हैं ?
कपड़े के मास्क का इस्तेमाल उन सभी के द्वारा किया जा सकता है जो किसी कारणवश घर के बाहर निकलते हैं। सार्वजनिक स्थानों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और ऐसे स्थान जहाँ पर कोरोना का संक्रमण का खतरा न्यून है, इस प्रकार के मास्क पहन सकते हैं। इस प्रकार के मास्क कोरोना के संक्रमण को रोकने में उपयोगी साबित नहीं होते हैं किंतु इसके द्वारा कोरोना के लक्षणों रहित व्यक्तियों ( asymptomatic corona positive) से संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है।
कपड़ें के मास्क के स्थान पर स्वच्छ रुमाल का इस्तेमाल किया जा सकता हैं बशर्ते रुमाल को बार बार खोलकर पुनः बांधना या बार बार छूने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए।
2. सर्जिकल मास्क (Surgical Mask ) या तीन परत वाले मास्क (three layers mask या triple layers mask)
इस प्रकार के मास्क सामान्य तौर पर चिकित्सा संस्थाओं में उपयोग किये जा रहे हैं जो कोरोना काल से पूर्व से ही उपयोग होते आ रहे हैं।
इसे तीन परत वाले मास्क भी कहा जाता है क्योंकि यह मास्क तीन पतली परत को एक दूसरे के ऊपर रख कर बनाया गया है। इसका निर्माण अपेक्षाकृत छोटी कंपनियों द्वारा भी तैयार किये जाते हैं। इनकी कीमत अधिक नहीं होती हैं क्योंकि फेक्ट्री में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन किया जाता है।
सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल कौन कर सकते हैं ?
कपड़े के मास्क की तुलना में यह अधिक सुरक्षित है लेकिन यह मास्क भी थूक के छोटे छोटे कणों (small droplets) को रोकने में नाकाम है।
चूंकि कोरोना, स्वाइन फ्लू, टीबी, या अन्य फ्लू जो नाक मुँह से निकले थूक के छोटे कणों के फैलता है तो यह इन बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों से सीधे तौर पर बचाव नहीं कर सकता हैं। इस मास्क के साथ यदि कोई व्यक्ति संक्रमित मरीज के साथ सीधे संपर्क में नहीं आता है तो यह मास्क पर्याप्त सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
इसलिए ऐसे स्थान जहाँ पर संक्रमण फैला हुआ है और मरीज बिना किसी लक्षणों वाले हो तथा संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क की संभावना नहीं हो तो इस मास्क का उपयोग उपयुक्त रहता है।
3. एन-95 मास्क ( N-95 mask)
तीनों प्रकार के मास्क में से सबसे सुरक्षित मास्क के रूप में N-95 मास्क को माना जाता है क्योंकि ये मास्क बैक्टीरिया ओर वायरस रोकने में सक्षम हैं। कोरोना से लड़ने के लिए सबसे अत्याधुनिक हथियारों में से एक है किंतु इसके भरोसे सीधे तौर पर दुश्मन से भिड़ना कि मेरे पास अत्याधुनिक हथियार है मेरा कुछ नहीं हो सकता तो यह सही नहीं है।इसके साथ जरूरी सुरक्षात्मक उपायों की आवश्यकता रहती हैं।
इसका इस्तेमाल व्यापक रूप से नहीं करने के कई कारण है जैसे
A. अत्यधिक महंगा होना जिसके कारण हर कोई खरीद नही सकता हैं।
B. कोरोना की महामारी के कारण इसकी मांग में वृद्धि हुई हैं किंतु अन्य दिनों में इनकी मांग का कम होना,
C. उपयोग में असुविधाजनक होना अर्थात उपयोग के समय सांस लेने में दिक्कत आदि की समस्या।
D. जैसा कि ऊपर बताया गया है कि सभी के लिए N-95 मास्क की आवश्यकता नहीं होती है केवल संक्रमित मरीजों के संपर्क के समय सीमित प्रयोग या उपयोग में कम आदि।
एग्जेलेशन फेस मास्क (Valve Mask)
जब आप वाल्व वाले एग्जेलेशन फेस मास्क का उपयोग कर रहे होते हैं तो आपके द्वारा छोड़ी गई सांस का अधिकतर हिस्सा बिना फिल्टर के ही बाहर छोड़ दिया जाता हैं। इस स्थिति में यदि कोई किसी वायरस जैसे कोरोना या बेक्टेरिया जैसे tb से संक्रमित है तो मास्क लगा रहने के बावजूद पास में बैठे फैमिली मेंबर्स को संक्रमित कर सकते हैं। हालांकि इस मास्क को पहनने वाले व्यक्ति को सांस के जरिये अंदर जाने वाले वायरस से सुरक्षा मिल सकती हैं बशर्ते उस मास्क का वाल्व सही तरीके से कार्य कर रहा हो, पुराना ना हो, डैमेज ना हो।
वॉल्व वाले मास्क का उपयोग प्रदूषण से बचाव के लिए किया जाता है। कोरोना या किसी गंभीर वायरस संक्रमण से बचाव के लिए इस फेस मास्क का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
क्या मास्क का पुनः किया जा सकता हैं ?
दैनिक उपयोग के कारण हर बार नये मास्क का प्रयोग गरीब और मध्यम वर्ग के व्यक्ति के लिए संभव नहीं है इसलिए यह प्रश्न उठना लाजिमी है कि क्या मैं मास्क को धोकर वापस काम में ले सकता हूँ अथवा नहीं। कपड़े के मास्क की यही विशेषता है कि इसे कई बार अच्छी तरह धोकर और सुखाकर पुनः प्रयोग में लिया जा सकता है। कीमत भी अधिक नहीं है और खराब होने की संभावना भी कम है। वहीं सर्जिकल मास्क को धोकर पुनः प्रयोग अमूमन नहीं किया जाता है। वही N 95 या KN 95 का धोकर पुनः प्रयोग संबंधी विस्तृत विवरण CDC website से प्राप्त कर सकते हैं।
N-95 मास्क और KN-95 मास्क में अंतर
(Difference between N 95 Vs K N95 mask)
N 95 और KN 95 में सीधे तौर पर कोई अंतर नहीं होता है। दोनों ही मास्क 95% पार्टिकल को रोकने में सक्षम होते हैं।
जब हम N95 मास्क की बात करते हैं तो यदि कोई मास्क जब अमेरिकी मानकों (standards) (NIOSH-42CFR84) का पालन करके बनाया जाता हैं तो उसे N 95 मास्क कहा जाता है और यदि कोई मास्क चीनी मानकों (china standards) GB2626 को ध्यान में रखकर बनाया जाता हैं तो उसे KN 95 mask कहा जाता है। इसी तरह कुछ देशों के अलग अलग मानक तय किये गए हैं। जैसे यूरोपियन के लिए FFP2 मानक, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के लिए P 2 तथा जापान के लिए मानकों को DS नाम दिया गया है।
इस प्रकार आपने कोरोना के लिए बेस्ट मास्क, मास्क के प्रकार के बारे में तथा N95 और KN95 मास्क में अंतर के बारे में जानकारी प्राप्त की। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई तो अन्य लोगों के साथ भी साझा करें और आपके कोई सुझाव है तो आमन्त्रित हैं।
धन्यवाद।।
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