रविवार, दिसंबर 5

पैनसाइटोपिनिया (Pancytopenia) क्या है? कारण, लक्षण, जाँच, उपचार

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पैनसाइटोपिनिया क्या है? (what is pancytopenia)

पैनसाइटोपिनिया (Pancytopenia) शब्द को आपने सुना होगा और पढ़ा होगा, यह किसी बीमारी का नाम नहीं हैं बल्कि एक ऐसी स्थिति है जब किसी व्यक्ति के रक्त में तीनों प्रकार की रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है।

आप जानते हैं कि रक्त में तीन प्रकार की कोशिकाएं पाई जाती हैं।

लाल रक्त कोशिकाएं (RBC)

श्वेत रक्त कोशिकाएं (WBC) और

प्लेटलेट्स (Platelets)


pancytopenia

लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) ऑक्सीजन के परिवहन का कार्य हीमोग्लोबिन (hemoglobin) के माध्यम से करती हैं। इसलिए यदि किसी व्यक्ति में लाल रक्त कोशिकाओ की कमी होती हैं तो उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो सकती है और थकान महसूस हो सकती है।

वहीं सफेद रक्त कोशिकाएं (WBCs) संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं। इसलिए किसी व्यक्ति में श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या कम है तो उन्हें संक्रमण का खतरा अधिक हो सकता है।

प्लेटलेट्स (Platelets) घाव भरने के दौरान प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में मदद करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसलिए यदि किसी व्यक्ति के प्लेटलेट्स कम हैं, तो उन्हें अधिक आसानी से चोट लग सकती हैं और रक्तस्राव हो सकता है।


पैनसाइटोपिनिया के कारण (pancytopenia causes)

पैनसाइटोपिनिया (Pancytopenia) के कई कारण ज्ञात है जैसे-

एनिमिया (anemia) कुछ प्रकार के एनिमिया जैसे एप्लास्टिक एनिमिया (aplastic anemia) मेगालोब्लास्टिक अनीमिया (मेगालोब्लास्टिक एनिमिया)

विटामिन बी 12 की कमी (vitamin B-12 deficiency)

आयरन या फोलिक एसिड की कमी (folate deficiency)

वायरल इन्फेक्शन (viral infections) जैसे एपस्टीन-बर, साइटोमेगालो वायरस (CMV) एचआईवी या हेपेटाइटिस जैसे वायरस

मलेरिया (Malaria)

अस्थि मज्जा के रोग (bone marrow disease) या बोन मैरो को प्रभावित करने वाली दवाएं

कैंसर (cancers) जैसे- ल्यूकेमिया

कीमोथेरेपी (chemotherapy)

तिल्ली का बढ़ जाना (pancytopenia with splenomegaly)

लीवर संबधी बीमारियों में (liver disease)

ऑटोइम्यून डिजीज (autoimmune diseases)

विकिरण या आर्सेनिक जैसे विषाक्त पदार्थों या प्रदूषकों के संपर्क में आना जैसे बहुत से कारण ज्ञात है। इनमें से सही कारणों को पहचान कर किसी भी व्यक्ति का पूरी तरीके से ट्रीटमेंट किया जा सकता है।


पैनसाइटोपिनिया के लक्षण (pancytopenia symptoms)

  • थकान (unexplained fatigue and weakness)
  • सांस लेने में कठिनाई - गंभीर एनीमिया के लक्षण जिसमें थकान और सांस लेने में कठिनाई
  • रक्तस्राव
  • पीलिया (jaundice)
  • बुखार (pancytopenia fever)
  • हर्दय की तेज धड़कन (fast heart rate)
  • पैनसाइटोपिनिया (Pancytopenia) के सबसे गंभीर मामलों में व्यक्ति को अन्य संक्रमण भी हो सकता है।


पैनसाइटोपिनिया के लिए जांच (pancytopenia differential diagnosis)

सीबीसी (CBC) पैनसाइटोपिनिया की पहचान के लिए किया जाने वाला सबसे पहला टेस्ट सीबीसी (CBC) की जाँच है जो की तीनो प्रकार की रक्त कोशिकाओं लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इस एकमात्र टेस्ट से पैनसाइटोपिनिया (Pancytopenia) की पहचान हो जाती है लेकिन और कई सहायक टेस्ट की आवश्यकता पड़ती है जैसे-

लीवर फंक्शन टेस्ट (LFT) यह पीलिया और लीवर से जुड़े एंजाइम के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

विटामिन बी-12 और फेरेटिन स्तर इस टेस्ट के माध्यम से एनिमिया के प्रकार के बारे जानकारी हासिल होती है।

एचआईवी और हेपेटाइटिस जैसे वायरस की जाँच वायरल संक्रमण के बारे में बताता है।



पैनसाइटोपिनिया का उपचार (pancytopenia treatment)

बोन मैरो में खून बढ़ाने वाली दवाएं दी जा सकती है।

विटामिन बी -12 और फेरेटिन दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

बोन मैरो ट्रांसप्लांट जो क्षतिग्रस्त बोन मैरो को स्वस्थ स्टेम सेल्स में बदल देता है जो अस्थि मज्जा का पुनर्निर्माण करते हैं।

गंभीर मामलों में लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स को बदलने के लिए रक्त चढ़ाना

संक्रमण का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक्स दवाओं का सेवन
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