मानव की तरह पक्षियों का रक्त भी दो भागों से मिलकर बना होता है।
(1) द्रव भाग प्लाज्मा
(2) कोशिकाओ का भाग जिसमे मुख्य रूप से तीन प्रकार की कोशिकाए पाई जाती है।
आरबीसी (RBC)
डब्ल्यूबीसी (WBC)
प्लेटलेट्स (Platelets)
पक्षियों में लाल रक्त कोशिकाएं (RBC in birds)
जैसा कि आप जानते है मानव की लाल रक्त कोशिकाएं गोल (circular biconcave) और केन्द्रकविहीन होती है। यदि हम पक्षियों में लाल रक्त कोशिकाएं कोशिकाओं का अध्ययन करे तो ये अंडाकार (oval) होती हैं जिनमें एक बड़ा सा केंद्रक कोशिका के लगभग मध्य में पाया जाता है, जो गुलाबी कोशिका द्रव्य (cytoplasm) से घिरा हुआ होता है।
अपरिपक्व आरबीसी गोल कोशिकाओं के रूप में शुरू होते हैं जो परिपक्व अवस्था में अंडाकार हो जाता है। इनका आकार 11 µm से 16 µm लंबा और 6 से 10 µm चौड़ा होता है। एक केंद्रक की उपस्थिति अधिकांश मछली, उभयचर, सरीसृप और पक्षियों की लाल रक्त कोशिकाओं को अंडाकार बनाती है।
रोमेंनवस्की
स्टेन से स्टैनिंग करने पर लाल रक्त कोशिकाओ का साईटोप्लाज्म गुलाबी रंग में और
केन्द्रक नीले रंग में स्टेन हो जाता है।
मानव और पक्षियों की लाल रक्त कोशिकाएं में अंतर (Difference between human RBC and avian)
लाल रक्त कोशिका |
मानव |
पक्षी |
आकार |
गोलाकार |
अंडाकार |
साइज़ |
7 µ |
11-16 µm |
केन्द्रक |
अनुपस्थित |
उपस्थित |
साईटोप्लाज्म |
अधिक |
कम |
पक्षियों में व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC in birds)
पक्षियों में पांच प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएं होती है।
हेटरोफिल्स (heterophils)
इयोसिनोफिल्स (Eosinophils)
बेसोफिल्स (Basophils)
लिम्फोसाइट्स (Lymphocytes)
मोनोसाइट्स (monocytes)
हेटरोफिल्स (heterophils)
हेटरोफिल्स (heterophils)
हेटरोफिल्स मानव में पाई जाने वाली न्यूट्रोफिल के समकक्ष कोशिका है। पक्षियों की कई प्रजातियों में हेटरोफिल सबसे आम प्रकार की डब्ल्यूबीसी है। अधिकांश हेटरोफिल का केन्द्रक दो या तीन लोब में बटा होता है जो गहरे नीले रंग का होता है। उम्र के आधार पर कोशिका में लोब की संख्या अधिक हो सकती हैं। साइटोप्लाज्म आमतौर पर दिखाई नहीं देता है क्योंकि कोशिका ईंट-लाल ग्रैन्यूल से भरी होती है। ग्रैन्यूल के आकार प्रजातियों के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते है।
अधिकांश प्रजातियों में हेटरोफिल ग्रैन्यूल रॉड के आकार के होते हैं।
दानों का सटीक आकार कभी-कभी देखना मुश्किल हो सकता है क्योंकि वे अक्सर कोशिका में
घनी तरह से पैक होते हैं। हेटरोफिल की संख्या उन्हीं कारणों से बढ़ती है, जो स्तनधारियों
में न्यूट्रोफिल में वृद्धि होती है।
हेटरोफिल्स के अपरिपक्व रूपों को मायलोसाइट्स कहा जाता है। परिपक्व
हेटरोफिल की संख्या आमतौर पर संक्रमण से लड़ने के लिए पर्याप्त होती है। हेमेटोक्सिलिन स्टेन
का उपयोग करके बैंड हेटरोफिल की पहचान की जा सकती है, जो ग्रैन्यूल को कलर
नहीं देता है।
इयोसिनोफिल्स (Eosinophil)
इयोसिनोफिल्स में संभवतः एवियन प्रजातियों के बीच उपस्थिति
में सबसे अधिक भिन्नता है। अधिकांश प्रजातियों में इयोसिनोफिल्स में
एक दो लोब वाला केन्द्रक होता है और इसमें गोलाकार ग्रैन्यूल होते हैं। प्रजातियों
के आधार पर दानों का आकार बहुत छोटे से लेकर बड़े तक होता है। नाभिक गहरे नीले रंग
का होता है, जो हेटरोफिल के
नाभिक के समान होता है, लेकिन दानों में
आमतौर पर एक नारंगी-लाल रंग होता है जो स्पष्ट रूप से हेटरोफिल से अलग होता है।
हालांकि कुछ प्रजातियों में दानों का रंग गहरा नीला होता है।
बेसोफिल्स (Basophils)
पक्षियों में बेसोफिल्स की उपस्थिति आमतौर पर मानव में पाई
जाने वाली बेसोफिल से भिन्न होती है। खासकर तब जब कोशिकाओं को डिफ-क्विक स्टेन से
स्टेन किया जाता है। केन्द्रक आमतौर पर एक ही लोब वाला होता है। पक्षियों में
बेसोफिल का कार्य पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है हालांकि यह मानव में
बेसोफिल के कार्य के समान ही माना जाता है।
मोनोसाइट्स (monocytes)
मोनोसाइट्स हल्के नीले साइटोप्लाज्म युक्त बड़ी कोशिकाएं हैं जिसमें केंद्रक लगभग गोल से घोड़े की नाल के आकार का होता है। ज्यादातर मामलों में मोनोसाइट्स के कार्य मानव में मोनोसाइट्स के समकक्ष ही हैं।
लिम्फोसाइट्स (Lymphocytes)
अधिकांश लिम्फोसाइटों में एक गोल केन्द्रक और हल्का नीला
कोशिका द्रव्य यानि साइटोप्लाज्म होता है। लिम्फोसाइट का आकार भिन्न भिन्न हो सकता
है। लिम्फोसाइट की पहचान के लिए सबसे बड़ा की-पॉइंट कुंजी हल्का नीला साइटोप्लाज्म
है। छोटे लिम्फोसाइट थ्रोम्बोसाइट्स के साथ और मध्यम आकार के लिम्फोसाइट्स
अपरिपक्व आरबीसी के साथ और बड़े लिम्फोसाइट मोनोसाइट्स के साथ भ्रमित कर सकते है।
प्लेटलेट्स (platelets)
पक्षियों में थ्रोम्बोसाइट या प्लेटलेट्स का कार्य मानव प्लेटलेट
के समकक्ष ही है। पक्षियों में थ्रोम्बोसाइट्स गोल केन्द्रक वाली छोटी कोशिकाएं
होती हैं जिसका क्रोमैटिन संघनित और ग्रे साइटोप्लाज्म होता है। कुछ
थ्रोम्बोसाइट्स में कुछ लाल दाने दिखाई देते हैं।
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