विटामिन ए का रासायनिक नाम क्या है? (chemical name of vitamin a)
विटामिन ए का रासायनिक नाम रेटिनोल है।
विटामिन ए के फायदे (vitamin a function)
1) विटामिन आंखों की रोशनी के लिए अति आवश्यक हैं।
2) यह हमारे इम्मयून सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है।
3) प्रजनन ने भी सहायता करता है।
4) कोशिकाओं के मध्य कम्युनिकेशन के लिए भी जिम्मेदार होता है।
5) विटामिन ए कोशिकाओं की वृद्धि और कोशिका को पहचानने में भी सहायता करता है।
6) यह ह्रदय, फेफड़ों, किडनी और अन्य अंगों के रख रखाव के लिए भी बहुत सहायता करता है।
विटामिन ए की कमी के कारण (causes of vitamin a deficiency)
गरीबी के कारण भारत सहित कई देशों में अधिकतर बच्चों तक पशु उत्पाद की पहुंच नहीं है और ना ही बाजार से वनस्पति उत्पाद निरंतर खरीदने में समर्थ होते हैं। इस कारण उसमें विटामिन ए की कमी पाई जाती है।
भारत जैसे देश में विटामिन ए की कमी का शिकार होना शिशु अवस्था के दौरान ही शुरू हो जाती है। जब शिशु को निरंतर मां के दूध की प्राप्ति नहीं होती है। इसके अतिरिक्त छोटे बच्चों में दस्त के कारण भी विटामिन ए की काफी हानि होती है।
विटामिन ए की कमी से होने वाले रोग (deficiency disease of vitamin A)
विटामिन ए की कमी से रतोंधी (night blindness) नामक रोग हो जाता हैं जिसमें पीड़ित व्यक्ति को रात में दिखाई नहीं देता हैं।
छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं में विटामिन ए की कमी का सबसे आम लक्षण ज़ेरोफथाल्मिया है।जीरोपथेलमिया (xerophthalmia) जिसमें आंख के सफेद भाग में धब्बे और आंख का भाग कॉर्निया सूखना शुरू हो जाता है और इसमें घाव हो जाते हैं।
जीरोपथेलमिया (xerophthalmia) के शुरुआती लक्षणों में से एक रतौंधी या कम रोशनी या अंधेरे में देखने में असमर्थता है।
पशु स्रोत में पशुओं से प्राप्त होने वाले उत्पाद जैसे दूध, दही, घी, पनीर, मांस, मछली, अंडा आदि के सेवन से व्यक्ति विटामिन ए के मुख्य स्रोत हैं।
विटामिन ए का दूसरा स्रोत वनस्पति उत्पाद है। जो व्यक्ति शाकाहारी है अर्थात जो व्यक्ति मांस मछली का सेवन नहीं करते हैं वो विटामिन ए की पूर्ति वनस्पति उत्पाद से कर सकते हैं। इनमें कुछ सब्जियां, फल-फ्रूट आदि हैं।
पालक
मेथी
ब्रोकली
मुली
बथुआ
आदि।
पीले रंग वाली सब्जियां जैसे
कद्दू,
मक्का,
पीली
शिमला मिर्च
टमाटर आदि।
गाजर
आम
ऑरेंज
खरबूजा
सेव
शक्करकंदी
आदि विटामिन ए से भरपूर मात्रा में होते हैं।
जो व्यक्ति इन प्राकृतिक उत्पादों से विटामिन ए प्राप्त नहीं कर सकते हैं या जिन लोगों में विटामिन ए की कमी है। उनके लिए कुछ सप्लीमेंट बाजार में उपलब्ध है। अर्थात विटामिन ए कैप्सूल, विटामिन ए की गोली, विटामिन ए सिरप और विटामिन का इंजेक्शन के माध्यम से विटामिन ए की पूर्ति की जा सकती हैं।विटामिन ए की खुराक बच्चों को को भी दी जा सकती है। यह सिरप के रूप में अस्पताल में दी जाती है।
एक सामान्य व्यक्ति में विटामिन ए की नार्मल रेंज 20-60 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर होनी चाहिए।यदि किसी व्यक्ति में विटामिन की मात्रा 20 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर से कम पाई जाती है तो उसे विटामिन ए की कमी कहा जाता हैं। इस अवस्था में ऊपर बताये गये विभिन्न माध्यमो से विटामिन ए प्राप्त किया जा सकता है।
विटामिन ए के स्रोत (vitamin a foods)
विटामिन ए (vitamin a) को दो रूपों में ग्रहण किया जा सकता है। रेटिनॉल के रूप में पशु उत्पाद से और बीटा केरोटीन के रूप में वनस्पति उत्पाद से।पशु स्रोत में पशुओं से प्राप्त होने वाले उत्पाद जैसे दूध, दही, घी, पनीर, मांस, मछली, अंडा आदि के सेवन से व्यक्ति विटामिन ए के मुख्य स्रोत हैं।
विटामिन ए का दूसरा स्रोत वनस्पति उत्पाद है। जो व्यक्ति शाकाहारी है अर्थात जो व्यक्ति मांस मछली का सेवन नहीं करते हैं वो विटामिन ए की पूर्ति वनस्पति उत्पाद से कर सकते हैं। इनमें कुछ सब्जियां, फल-फ्रूट आदि हैं।
विटामिन ए वाली सब्जियां (vitamin a rich foods)
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे-पालक
मेथी
ब्रोकली
मुली
बथुआ
आदि।
पीले रंग वाली सब्जियां जैसे
कद्दू,
मक्का,
पीली
शिमला मिर्च
टमाटर आदि।
विटामिन ए वाले फल (vitamin a fruits)
गाजर
आम
ऑरेंज
खरबूजा
सेव
शक्करकंदी
आदि विटामिन ए से भरपूर मात्रा में होते हैं।
जो व्यक्ति इन प्राकृतिक उत्पादों से विटामिन ए प्राप्त नहीं कर सकते हैं या जिन लोगों में विटामिन ए की कमी है। उनके लिए कुछ सप्लीमेंट बाजार में उपलब्ध है। अर्थात विटामिन ए कैप्सूल, विटामिन ए की गोली, विटामिन ए सिरप और विटामिन का इंजेक्शन के माध्यम से विटामिन ए की पूर्ति की जा सकती हैं।विटामिन ए की खुराक बच्चों को को भी दी जा सकती है। यह सिरप के रूप में अस्पताल में दी जाती है।
विटामिन ए की नॉर्मल रेंज (Normal range of vitamin A)
एक सामान्य व्यक्ति में विटामिन ए की नार्मल रेंज 20-60 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर होनी चाहिए।यदि किसी व्यक्ति में विटामिन की मात्रा 20 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर से कम पाई जाती है तो उसे विटामिन ए की कमी कहा जाता हैं। इस अवस्था में ऊपर बताये गये विभिन्न माध्यमो से विटामिन ए प्राप्त किया जा सकता है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें