शनिवार, सितंबर 26

विडाल टेस्ट (widal test) टाइफाइड टेस्ट (typhoid test)

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टाइफाइड बुखार (typhoid fever) शब्द का इस्तेमाल मोटे तौर पर एंट्रिक फीवर (enteric fever) के संदर्भ में किया जाता है। टायफायड (typhoid) नाम का अर्थ है- टायफस की तरह।

आन्त्रिक बुखार या एंट्रिक फीवर साल्मोनेला बैक्टीरिया (salmonella bacteria) के कारण होता है। यह एक ग्राम नेगेटिव बेसिलाई बैक्टीरिया (gram negative bacilli) है जो छड़ाकर आकृति (rod shaped) का होता है जिसमे से कुछ जातिया रोग की नजर में महत्वपूर्ण है। जैसे-

साल्मोनेला टायफी (salmonella typhi)

साल्मोनेला पैराटायफी ए (salmonella paratyphi a)

साल्मोनेला पैराटायफी बी (salmonella paratyphi b)

टाइफाइड का इतिहास

टाइफाइड नाम 1829 में पियरे चार्ल्स अलेक्जेंडर लुइस द्वारा दिया गया था। पैराटाइफाइड बुखार शब्द का पहली बार 1896 में राउल बेनसौडे और एमिल अचर्ड द्वारा उपयोग में लिया गया था, बाद में साल्मोनेला पैराटायफी बी के रूप में मान्यता दी गई। 

विडाल ने 1896 में टाइफाइड बुखार के लिए पहला सिरोलॉजिकल टेस्ट विकसित किया और उसी के नाम से इस टेस्ट को जाना जाता है।

टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms या symptoms of typhoid)

  • तेज बुखार  और लंबे समय तक बुखार (stepladder pattern of fever)
  • तेज सिर दर्द
  • जी मिचलाना या मतली (nausea)
  • अरुचि (anorexia)      
  • कब्ज जो बाद में पतले दस्त में बदल जाता है
  • दस्त खाकी हरे रंग का होता है (pea soup stool)
  • शरीर पर गुलाबी दाने (rose spots) जो दुसरे सप्ताह में दिखाई देने लगते है।
  • मंदनाड़ी (Bradycardia)
  • ल्यूकोपिनिया  (leucopenia)

टाइफाइड फैलने के कारण (typhoid is caused by या causes of typhoid)

टाइफाइड फैलने के कारण को हम पांच एफ (5F) से समझ सकते है।

  1. Flies (मख्खी)
  2. Finger (अंगुलिया)
  3. Fomites (संक्रामक पदार्थ)
  4. Foods (खाना)
  5. Faces (मल)

टाइफाइड कितने दिन तक रहता है?

टाइफाइड कितने दिन तक रहता है? यह इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज का इलाज कब शुरू किया जाता है।

सामान्यतया इसके इलाज के रूप में एंटीबायोटिक दी जाती है। इसलिए इलाज शुरू होते ही टायफाइड रोग सामान्य स्थिति में लौटना शुरू हो जाता है, जबकि इनके विरुद्ध बनी एंटीबाडी कुछ समय तक शरीर में बनी रहती है।

जब किसी में टाइफाइड (typhoid) का संक्रमण होता है तो एक दो सप्ताह बाद शरीर में उसके विरुद्ध एंटीबाडी बननी शुरू हो जाती है, जो संक्रमण के बाद तक भी बनी रहती है।

विडाल टेस्ट क्या है? (what is widal test)

टाइफाइड बुखार (typhoid fever) के सिरोडायग्नोसिस (serodiagnosis) का वर्णन 1896 में विडाल (Widal) और सिसिली (sisli) द्वारा किया गया था, जिन्होंने बताया कि टाइफाइड बुखार के रोगियों के सीरम में एंटीबाडी का पता लगाया जा सकता है।
विडाल का स्लाइड्स वाले तरीके ( widal test slide method) के बजाय विडाल के ट्यूब तरीके ( widal test tube method) में एंटीजन के साथ प्रदर्शन करने पर परीक्षण अधिक सटीक होता है।

विडाल टेस्ट क्यों किया जाता है?

विडाल टेस्ट (widal test) साल्मोनेला टाइफी की कोशिकाओं को एग्लूटीनेट (agglutinate) करने के लिए संदिग्ध टाइफाइड बुखार (typhoid feverवाले व्यक्तियों के सीरम में एंटीजन  के खिलाफ एंटीबॉडी की क्षमता को मापता है  

टेस्ट एक सदी पहले शुरू किया गया था और अब भी इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है यह सरल, सस्ता और कम समय लेने वाला टेस्ट हैं।  विडाल टेस्ट के माध्यम से टाइफाइड की रोगजनकता का पता लगाया जा सकता है

एंटीबॉडी में  वृद्धि होने  से सकारात्मक परिणाम का संकेत मिलता है। हालांकि, व्यवहार में केवल एक सीरम नमूना का उपयोग किया जाता है  

एक ही एंटीजन के खिलाफ एलिसा (ELISA) आधारित अध्ययन एग्लूटीनेशन टेस्ट (agglutination टेस्ट) की तुलना में अधिक संवेदनशील होते हैं, लेकिन उनमें विशिष्टताओं की वैसी ही सीमाएं होती हैं जैसी कि विडाल टेस्ट की होती हैं।


विडाल एग्लूटीनेशन टेस्ट (widal agglutination test) 

विडाल स्लाइड एग्लूटिनेशन (widal test slide method) और विडाल ट्यूब एग्लूटीनेशन (widal test tube method) टेस्ट में आमतौर पर लेटेक्स कणों वाले एंटीजन का प्रयोग किया जाता है।


विडाल टेस्ट में  और एच क्या होता है? (what is O and H in widal test)

जब हम साल्मोनेला बैक्टीरिया (salmonella bacteria ) की आकृति का अध्ययन करते है, तो इसमे एक तरह का चलन का अंग होता है, जिसकी सहायता से साल्मोनेला बैक्टीरिया (salmonella bacteria) गति करता है। इसे फ्लेजिला (flagella) कहते है।

इस फ्लेजिला पर एक एंटीजन पाया जाता है, जो जाति विशेष होता है। अर्थात् साल्मोनेला टायफी (salmonella typhi) साल्मोनेला पैराटायफी ए (salmonella paratyphi a) और साल्मोनेला पैराटायफी बी (salmonella paratyphi b) के लिए अलग अलग होता है जिसे 'H' एंटीजन कहा जाता है।

दुसरे प्रकार का एंटीजन साल्मोनेला बैक्टीरिया की सतह (Cellwall) पर पाया जाता है जिसे 'O' एंटीजन कहा जाता है। यह एंटीजन अधिकतर एंट्रिक बैक्टीरिया (enteric bacteria) में पाया जाता है।

टाइफाइड बुखार वाले अधिकांश रोगियों में 'O' का स्तर ऊंचा होता है। और क्लिनिकल बीमारी की शुरुआत के समय 'H' एंटीबॉडी का स्तर ऊंचा होता है। 

TyphiDot और TUBEX जो कि शुद्ध साल्मोनेला टायफी (salmonella typhi) एंटीजन के एंटीबॉडी का पता लगाते हैं, कुछ क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं।

तीव्र संक्रमण में ओ एंटीबॉडी पहले प्रकट होता है, उत्तरोत्तर बढ़ता है, बाद में गिरता है और अक्सर कुछ महीनों के भीतर गायब हो जाता है। एच एंटीबॉडी थोड़ी देर बाद दिखाई देती है, लेकिन लंबे समय तक बनी रहती है।

राइजिंग या हाई ओ एंटीबॉडी टाइटर आमतौर पर तीव्र संक्रमण को इंगित करता है जबकि बढ़ा हुआ एच एंटीबॉडीएंट्रिक बुखार के प्रकार की पहचान करने में मदद करता है। विडाल टेस्ट में इन्ही एंटीजन का उपयोग किया जाता है। हालाँकि, विडाल परीक्षण की कई सीमाएँ हैं। 

Widal-test


साल्मोनेला टायफी ओ एंटीजन (salmonella typhi O Antigen)

यह साल्मोनेला बैक्टीरिया या एंट्रिक बैक्टीरिया (enteric bacteria) के विरुद्ध बनी एंटीबाडी या संक्रमण को बताता है।


साल्मोनेला टायफी एच एंटीजन (salmonella typhi H Antigen)

यह साल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया के विरुद्ध बनी एंटीबाडी या साल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया के संक्रमण को बताता है।

साल्मोनेला पैराटायफी ए एच एंटीजन (salmonella peretyphi A(H) Antigen)

यह साल्मोनेला पैराटायफी ए बैक्टीरिया के विरुद्ध बनी एंटीबाडी या साल्मोनेला पैराटायफी बैक्टीरिया के संक्रमण को बताता है।

साल्मोनेला पैराटायफी बी एच एंटीजन (salmonella peratyphi (B)H Antigen) 

यह साल्मोनेला पैराटायफी बी बैक्टीरिया के विरुद्ध बनी एंटीबाडी या साल्मोनेला पैराटायफी बी बैक्टीरिया के संक्रमण को बताता है।

विडाल टेस्ट का सिदान्त (principle of widal test)

जब Reagent के रूप में एंटीजन को मरीज के रक्त से निकले सीरम के साथ में मिलाया जाता है तो एंटीजन एंटीबाडी की क्रिया से agglutination होता है/दिखाई देता है 

जैसा कि आप नीचे स्लाइड में देख रहे है agglutination बताता है कि मरीज के सीरम में साल्मोनेला के इन्फेक्शन के कारण एंटीबाडी विकसित हुई है और यदि साल्मोनेला के इन्फेक्शन नहीं होता है तो एंटीबाडी नहीं बनती है


विडाल टेस्ट (WIDAL टेस्ट) से पहले जैव सुरक्षा (biosafty)

  • विडाल टेस्ट करते समय संभावित संक्रमण हो सकता है इसलिए सभी रक्त नमूनो को संभाल कर उपयोग में लेवे

  • reagent या सैंपल मुंह से खींचे

  • इस्तेमाल की गई स्लाइड और ट्यूबों को गैर संक्रामक क्षेत्र में रखें।

  • डिस्पोजेबल दस्ताने और प्रयोगशाला के कपड़े (ऐप्रीन आदि) पहनें।

  • परीक्षण के पहले और बाद में हाथ धोएं

  • डिटर्जेंट से मुक्त साफ और सुखी ट्यूब और स्लाइड का उपयोग करें

  • साफ़वसा रहित सीरम का उपयोग करें hemolyse सीरम का प्रयोग करे

  • विडाल टेस्ट शुरू करने से पहले सभी अभिकर्मक (reagents) को कमरे के तापमान पर ले कर आये

  • एंटीजन ट्यूब को उपयोग से पहले हिलाया जाना चाहिए

  • एक्सपायरी विडाल टेस्ट किट का उपयोग करें

  • सीरम dilution के लिए नार्मल  सेलाइन (NS) का उपयोग किया जाना चाहिए


विडाल टेस्ट कैसे किया जाता हैं? (Widal test procedure)


विडाल स्लाइड टेस्ट (widal test slide method)

इसमे टायफाइड टेस्ट किट (widal test kit) और साथ में दी गई स्लाइड का प्रयोग किया जाता है।

इसमें दिए गए खाने में पॉजिटिव कंट्रोल की एक बूंद और दुसरे खाने में नार्मल सेलाइन की एक बूंद ली जाती है। 

अब दोनों खानों में एक एक बूंद साल्मोनेला टायफी ओ एंटीजन (salmonella typhi O Antigen) या अन्य एंटीजन की डाली जाती है।

कंट्रोल और एंटीजन को अच्छी तरह मिलाया जाता है, और रिजल्ट को पढ़ा जाता है। 

यदि पॉजिटिव कंट्रोल में agglutination होता है और नेगेटिव कंट्रोल में agglutination नहीं होता है तो टेस्ट आगे बढाया जाता है।

इसका अर्थ यह है की जो widal test kit काम में लिया जा रहा है वो कार्यशील है और सही नतीजा देने लायक है।


widal-test-positive

अब स्लाइड के शेष चार खानों में चारो एंटीजन सोल्यूशन की एक एक बूंद ली जाती है। इन एंटीजन के साथ मरीज के सीरम की 50µl मात्रा प्रत्येक एंटीजन सोल्यूशन के साथ मिलाई जाती और agglutination को देखा जाता है।


विडाल टेस्ट का परिणाम (widal test result)

यदि किसी एंटीजन के साथ मिलाने पर agglutination होता है, तो विडाल टेस्ट पॉजिटिव (widal test positive) माना जाता है और यदि किसी भी खाने  में agglutination नहीं होता है, तो विडाल टेस्ट नेगेटिव (widal test negative) माना जाता है ध्यान रहे कि agglutination को एक मिनट के बाद नहीं पढ़ा जाता है


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विडाल स्लाइड टेस्ट टाइटर (widal test slide method)

यदि यह स्लाइड विडाल टेस्ट पॉजिटिव आता है तो ट्यूब टेस्ट किया जाता है। और देखा जाता है कि सीरम में एंटीबाडी की मात्रा कितनी है, जिसे टाइटर (titer) कहा जाता है। 

विडाल टाइटर (titer) में अधिक समय लगता है, इसलिए जल्दी पता करने के लिए एक और सेमी quantitative स्लाइड टेस्ट है, जिसके माध्यम से टाइटर (titer) किया जा सकता है किन्तु यह ट्यूब टेस्ट जितना भरोसेमंद नहीं है। 

इसमे जिस एंटीजन के साथ agglutination दिखाई देता है उसी का titer किया जाता है। जैसे साल्मोनेला टायफी एंटीजन ( salmonella typhi O Antigen) और साल्मोनेला टायफी एच एंटीजन (salmonella typhi H Antigen) डालने पर agglutination दिखाई देता है तो widal test slide method से इस प्रकार से titer किया जाता है।


सीरम की मात्रा

80µl

40µl

20µl

10µl

5µl

dilution

1:20

1:40

1:80

1:160

1:320

O एंटीजन

+

+

+

+

-

H एंटीजन

+

+

+

+

-



टायफाइड रिपोर्ट कैसे देखें?

Widal semi quantitative स्लाइड टेस्ट में यदि इस प्रकार से और एच एंटीजन में agglutination दिखाई देता है, तो उसे प्लस के चिह्न से दर्शाया जाता है और विडाल टेस्ट रिजल्ट (widal test results)  ऊपर टेबल में दिखाये अनुसार दिया जाता है


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विडाल ट्यूब एग्लूटीनेशन टेस्ट (widal test tube method

विडाल ट्यूब टेस्ट का तरीका स्लाइड तरीके से थोडा भिन्न है और अधिक समय लेने वाला भी है।

Ø  इसमे  आठ टेस्ट ट्यूब ली जाती है, जिसे हम एक से लेकर आठ नंबर तक मार्क कर लेगे।
Ø  ट्यूब नंबर 1 में 1.9 ml नार्मल सेलाइन (normal saline) लेगे।
Ø  शेष सभी ट्यूब में (ट्यूब नंबर 2 से 8 तक) में 1.0 ml नार्मल सेलाइन (normal saline) लेगे।
Ø  अब ट्यूब नंबर 1 में मरीज के सीरम की 100µl मात्रा डालकर अच्छी तरह से मिला लेंगे। इस प्रकार ट्यूब 1 में कुल मात्रा 2 ml हो जाती है।
Ø  अब ट्यूब नंबर 1 से 1.0 ml की मात्रा को लेकर ट्यूब नंबर 2 डालकर अच्छी तरह से मिला लेगे। अब इस ट्यूब से 1ml की मात्रा को तीसरी ट्यूब में डालेगे।
Ø  इसी तरह से आगे की ट्यूब में 1ml की मात्रा को ट्रान्सफर करते जाते है। और अंतिम ट्यूब से बचा 1 ml को फेक देगे।
Ø  अब प्रत्येक सेट में क्रमशः ट्यूब नंबर 1 से 7 तक प्राप्त सीरम नमूने का dilution निम्नानुसार है 1:20 1:40 1:80 1:160 1:320 1:640 1:1280
Ø  अब सभी ट्यूब में विडाल एंटीजन (जिसका titer करना है) की एक एक बूंद डालकर मिक्स करके रख लेगे।
Ø  इन सभी ट्यूब को 37 डिग्री तापमान पर रातभर के लिए कम से कम 18 घंटे के लिए रख लेगे।
Ø  इन्क्यूबेशन के बाद एक एक ट्यूब में बने बटन को घोलकर एग्लूटीनेशन (agglutination) के लिए देखें कि किस ट्यूब तक एग्लूटीनेशन हुआ है।
Ø  अंतिम ट्यूब जिसमे एग्लूटीनेशन दिखाई देता है वही titer है।
Ø  जैसे यदि एक से लेकर 5 ट्यूब तक एग्लूटीनेशन दिखाई देता है तो विडाल टेस्ट रिपोर्ट होगी।
Ø  विडाल टाइटर 1: 320

   

परिणाम की व्याख्या (widal test result)

Ø  विडाल ट्यूब टेस्ट में इनक्यूबेटर (incubator) से ट्यूब को हटाने के कम से कम  30 मिनट  से 1 घंटे बाद रीडिंग को लिया जाना चाहिए
Ø  1:80 से अधिक एग्लूटीनेशन टायटर को महत्वपूर्ण माना जाता है और संक्रमण का सुझाव देता है, जबकि इससे कम टायटर सामान्य सामान्य माना जाता है
Ø  Acute phase और convalescent phase  में एकत्र दो सीरम नमूने के बीच टायटर में वृद्धि होनी चाहिए
Ø  परिणाम की व्याख्या करते समय गुलाबी चकते (rose spots), मंदनाड़ी (Bradycardia), ल्यूकोपिनिया (Leucopenia) और न्यूट्रोपिनिया (Neutropinia) जैसे लक्षणों की भी गहनता से लिया जाना चाहिए।
Ø  पुराने टायफाइड या एंटिक बुखार या TAB वैक्सीन के टीकाकरण को भी रिपोर्ट के समय ध्यान में रखा जाना चाहिए।
Ø  विडाल स्लाइड टेस्ट में प्राप्त पोजिटिव रिपोर्ट को विडाल ट्यूब टेस्ट के साथ मिलान आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए कि क्या टाइटर नैदानिक ​​रूप से महत्वपूर्ण हैं या नहीं क्योंकि 1:80 से अधिक एग्लूटीनेशन टायटर को ही महत्वपूर्ण माना जाता है
Ø  यदि स्लाइड टेस्ट में मिलाने के दौरान टेस्ट एक मिनट से अधिक समय तक किया जाता है तो गलत पोजिटिव रिपोर्ट (false positive report) की संभावना है
  


विडाल टेस्ट परीक्षण की सीमा (limitation of widal test)

पॉजिटिव विडाल टेस्ट का बुखार की शुरुआत के 7-10 दिनों के बाद देखा जाता है। संक्रमण के पहले सप्ताह में किया गया टेस्ट नेगटिव ही दिखाई देता है। उच्च एंटीबॉडी कि उपस्थिति के कारण भी झूठी नकारात्मक रिपोर्ट (false negative report) हो सकती है जिसे Prozone phenomenon कहा जाता है।

परीक्षण से पहले एंटीबायोटिक दवाओं के साथ उपचार गलत नकारात्मक परिणाम देता है। रोग के संभावित वाहक उच्च एंटीबॉडी एकाग्रता के कारण नकारात्मक परिणाम प्रदर्शित करते हैं।

टाइफाइड रिपोर्ट कैसे देखें? (how to check widal test report)

आमतौर पर विडाल टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव अथवा पॉजिटिव में दी जाती है, जिससे आप टाइफाइड का पता लगा सकते है। विडाल टेस्ट पॉजिटिव मीन्स टाइफाइड का इन्फेक्शन है।

Widal-test-positive-means

विडाल टेस्ट नेगेटिव मीन्स टाइफाइड का इन्फेक्शन नहीं है। लेकिन कुछ जाँच केन्द्रों में जहा पर सीधे विडाल ट्यूब टेस्ट किया जाता है, वहा विडाल की रिपोर्ट टायटर में दी जाती है। जैसे-

widal test 1 80 या widal test 1/80

widal test 1 160 या widal test 1/160

widal test 1:320

यदि किसी रिपोर्ट के साथ सिर्फ titer दिया हुआ होता है, और उसमे पॉजिटिव या नेगेटिव नहीं दिया होता है। तो ऐसी स्थिति में यदि रिपोर्ट 1/80 या इस से कम में प्लस का चिह्न हो, जैसे कि ऊपर सैंपल रिपोर्ट में दिया गया है तो रिपोर्ट साल्मोनेला बेक्टेरिया या टाइफाइड के लिए नेगेटिव होती है।

और यदि यह 1/80 के बाद भी जैसे विडाल टेस्ट 1:320 में प्लस के चिह्न हो तो रिपोर्ट साल्मोनेला बेक्टेरिया या टाइफाइड के लिए पॉजिटिव होती है।

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