सोमवार, मई 16

कोलेस्ट्रॉल क्या है? (what is cholesterol)

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कोलेस्ट्रॉल क्या है? (what is Cholesterol)

कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) एक प्रकार की वसा (लिपिड) है जो हमारे शरीर की सभी सेल्स में पाया जाता है। कई हार्मोन, विटामिन और ऐसे पदार्थ जो खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करते हैं, उनको बनाने के लिए कुछ मात्रा में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) की आवश्यकता होती है। लेकिन आवश्यकता से अधिक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नुकसानदेह भी हो सकती हैं। कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा रक्त ले जाने वाली नलिकाओं (जिन्हें धमनियां और शिरायें (veins & artery) कहा जाता हैं) की दीवारों में जमा हो जाता हैं। इसे एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) कहा जाता हैं, जो हाई बीपी, हार्ट अटैक जैसी बीमारीयो का कारण बन सकता है।

                                      Cholesterol

कोलेस्ट्रॉल के कितने प्रकार है? (types of cholesterol)

कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को मुख्य रुप से दो भागों में बांटा जाता है।

1. अधिक घनत्व वाले वसा (high density lipids)

अधिक घनत्व वाले वसा जिन्हें हाई डेंसिटी लिपिड कहा जाता हैं। इस प्रकार के कोलेस्ट्रॉल को अच्छा कोलेस्ट्रॉल (good cholesterol) भी कहा जाता हैं। यह कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए अच्छा होता है और शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुँचाता हैं उन्हें अच्छा कोलेस्ट्रॉल (good cholesterol) कहा जाता हैं क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल हमारी रक्त वाहिकाओं में नहीं जमता है। इसमें मुख्य रूप से एच डी एल कोलेस्ट्रॉल (hdl cholesterol) ही होता हैं।

2. कम घनत्व वाले वसा (low density lipids)

दूसरे प्रकार के कोलेस्ट्रॉल को कम घनत्व वाली वसा के अंतर्गत गिना जाता है। इसे लो डेंसिटी लिपिड कहा जाता हैं। इसे बुरा कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol) कहा जाता हैं। लो डेंसिटी लिपिड में निम्न कोलेस्ट्रॉल को गिना जाता हैं।
एल डी एल कोलेस्ट्रॉल (ldl cholesterol)
वी एल डी एल कोलेस्ट्रॉल (vldl cholesterol)


कोलेस्ट्रॉल के लक्षण क्या होते हैं? (cholesterol symptoms)

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण

  • वजन बढ़ना
  • अधिक पसीना आना
  • शरीर में थकान रहना
  • हांफना
  • सांस में परेशानी
  • मोटापा

कोलेस्ट्रॉल टेस्ट (cholesterol test)

कोलेस्ट्रॉल टेस्ट लिपिड प्रोफाईल टेस्ट के अंतर्गत आता हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल के साथ साथ ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) भी किया जाता हैं किंतु कोलेस्ट्रॉल टेस्ट अलग से भी करवाया जा सकता हैं। कोलेस्ट्रॉल टेस्ट के लिए व्यक्ति को बिना कुछ खायें-पिए सुबह का रक्त सैंपल देना चाहिए। रक्त सैंपल में व्यक्ति की बाह में 2-3 ml खून लिया जाता हैं और उससे सीरम निकाला जाता है। कोलेस्ट्रॉल टेस्ट बायोकेमिस्ट्री विभाग में किया जाता हैं। यहां पर लैब टेक्नीशियन जांच करके सीरम में कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता लगाते हैं।


कोलेस्ट्रॉल टेस्ट की कीमत (cholesterol test price)

कोलेस्ट्रॉल टेस्ट की कीमत लैब दर लैब अलग-अलग होती है किंतु सामान्य तौर पर कोलेस्ट्रॉल टेस्ट की कीमत 150-300 रूपये होती हैं।


कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए? (cholesterol normal range)

एक सामान्य व्यक्ति में कोलेस्ट्रॉल का लेवल 150 mg/dl से कम होना सही लेवल या अच्छा माना जाता हैं। यदि किसी व्यक्ति में कोलेस्ट्रॉल लेवल 150 mg/dl से अधिक किंतु 200 mg/dl से कम है तो वह बॉर्डर लाइन माना जाता हैं। इस अवस्था में व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि वह 150 mg/dl के लेवल के अंदर आ जाये। लेकिन यदि कोलेस्ट्रॉल लेवल 200 mg/dl से भी अधिक होता है तो यह खतरनाक स्तर हैं और एक अच्छे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि कोलेस्ट्रॉल लेवल नॉर्मल रेंज में बना रहे।


कोलेस्ट्रॉल नार्मल रेंज (cholesterol normal range)

टोटल कोलेस्ट्रॉल (Total cholesterol) <150 mg/dl

एच डी एल कोलेस्ट्रॉल (HDL Cholesterol) >50 mg/dl

एल डी एल कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) <50 mg/dl

वी एल डी एल कोलेस्ट्रॉल (VLDL cholesterol) <30 mg/dl

यदि कोलेस्ट्रॉल लेवल में नहीं है तो बहुत से सवाल आपके जहन में उभर रहे होंगे कि कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करें? या हाइ कोलेस्ट्रॉल में क्या नहीं खाना चाहिए? कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या न खाएं ? कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए। आइए जानते है।


कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ता है? कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या कारण होते हैं?

जब हम आवश्यकता से अधिक वसा का सेवन करते हैं तो शरीर इन अनावश्यक वसा को शरीर में जमा  कर लेता हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर इन्हें पुनः उपयोग में लिया जा सके। यदि हम निरन्तर अधिक वसायुक्त भोजन लेते रहते हैं और परिश्रम नहीं करते हैं तो शरीर में जमा वसा उपयोग में आने के बजाय थोड़ी-थोड़ी मात्रा में शरीर में जमा होती रहती हैं यही वसा बाद में नुकसानदेह साबित होती हैं।


कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें (how to reduce cholesterol)

कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को कम करने के लिए सर्वप्रथम जो कोलेस्ट्रॉल आपके ब्लड में बना हुआ है उसको कम करना चाहिए। कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए नियमित व्यायाम और एक्सरसाइज करें। आवश्यक हो तो डॉक्टर की सलाह पर कुछ समय के लिए दवाई भी ली जा सकती हैं। इसके साथ ही उन पदार्थो के सेवन से बचने की कोशिश करनी चाहिए जिसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा से भरपूर होते हैं। इन पदार्थों में शामिल हैं - माँस-मछली, घी- दूध, दही, पनीर, मख्खन आदि। इसके अलावा अपने आहार में अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ और शाक-सब्जियां को शामिल करना चाहिए।


कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या खाना चाहिए?

  • फल और सब्जियां
  • अधिक फाइबर युक्त आहार
  • मोटे अनाज
  • सूखे मेवे


कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?

  • घी का सेवन नहीं करें।
  • नियमित व्यायाम या कोलेस्ट्रॉल कम करने की एक्सरसाइज पर ध्यान दिया जाना चाहिए
  • शराब या एल्कोहल का सेवन नहीं करें।
  • स्मोकिंगन न करें (Don't smoke)
  • फ़ास्ट फूड खाने से बचें।
  • गर्म पानी पिए।


कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज

पतंजलि कोलेस्ट्रॉल कम करने की दवा (पतंजलि आयुर्वेदिक मेडिसिन फॉर कोलेस्ट्रॉल)-आरोग्यवर्द्धिनी वटी

कोलेस्ट्रॉल की आयुर्वेदिक दवा-आरोग्यवर्द्धिनी वटी, पुनर्नवा मंडूर, त्रिफला, और अर्जुन की छाल

कोलेस्ट्रॉल कम करने की अंग्रेजी दवा- स्टेटिन युक्त दवाएं

कोलेस्ट्रॉल कम करने की एलोपैथिक दवा-Statins drugs such as Atorvastatin

कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा-बैराइटा म्यूरिएटिकम, बैराइटा कार्बोनिकम, कोलेस्टेरिनम, लाइकोपोडियम, कैल्केरिया कार्ब आदि।


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