रविवार, जुलाई 17

ट्राइग्लिसराइड क्या है? ट्राइग्लिसराइड कैसे कम करें? (triglycerides meaning in hindi)

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ट्राइग्लिसराइड क्या है? ट्राइग्लिसराइड्स अर्थ (what is triglycerides / triglycerides meaning)

ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) जिसे संक्षेप में टीजी (TG) भी कहा जाता हैं, एक प्रकार की वसा यानी लिपिड (lipid) है जो ग्लिसरॉल और तीन फैटी एसिड से मिलकर बना होता है। ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) हमारे शरीर को एनर्जी उपलब्ध कराने के लिए उपयोग में आता हैं। जब इसे अधिक मात्रा में भोजन के साथ लिया जाता हैं तो यह शरीर में जमा हो जाते हैं और आवश्यकता पड़ने पर शरीर द्वारा उपयोग में लिया जाता है। यदि आवश्यकता से अधिक ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) लिया जाता हैं तो यह केवल जमा होता रहता है जो शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता हैं।
                             ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides)

ट्राइग्लिसराइड कोलेस्ट्रॉल से कैसे भिन्न है?

ट्राइग्लिसराइड फैट है, कोलेस्ट्रॉल फैट नहीं हैं। ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल दोनों ही जा वसायुक्त पदार्थ हैं, जिन्हें लिपिड कहा जाता है, लेकिन ट्राइग्लिसराइड शुद्ध फैट है जबकि कोलेस्ट्रॉल मोम की तरह का पदार्थ है जिसे लिवर बनाता है। कोलेस्ट्रॉल का उपयोग शरीर कोशिकाओं की दीवारों को मजबूत करने एवं नर्वस सिस्टम को बेहतर रखने में करता है।


ट्राइग्लिसराइड बढ़ने के लक्षण / ट्राइग्लिसराइड्स के लक्षण (Symptims of high triglycerides)

जब किसी व्यक्ति का ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) का स्तर बहुत अधिक होता है तो भी इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। यह एक साइलेंट समस्या है जिसके बड़े निहितार्थ हैं, जैसे कि दिल का दौरा या स्ट्रोक। ट्राइग्लिसराइड टेस्ट (triglycerides test) के द्वारा ही ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) के स्तर का पता लगाया जा सकता है। ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) का स्तर अधिक हैं तो आप अपनी दैनिक आदतों को बदलकर, उन्हें नियंत्रण में ला सकते हैं।
कुछ लक्षण जो ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) बढ़ने पर दिखाई दे सकते हैं।
  • वजन बढ़ना
  • अधिक पसीना आना
  • शरीर में थकान रहना
  • हांफना
  • सांस में परेशानी
  • मोटापा
  • अग्नाशय में इंफेक्शन (pancreatitis)

ट्राइग्लिसराइड्स में वृद्धि के लिए कारण / ट्राइग्लिसराइड क्यों बढ़ता है? (Causes of high triglycerides)

ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) बढ़ने के बहुत से कारण ज्ञात है जिनमें से प्रमुख हैं-
  • अनियमित और अनियंत्रित खान-पान
  • फ़ास्ट फूड्स का सेवन
  • तैलीय वस्तुओं का अधिक मात्रा में सेवन
  • शराब का सेवन
  • धूम्रपान
  • मोटापा
  • परिश्रम रहित जीवन

सीरम ट्राइग्लिसराइड्स/ ट्राइग्लिसराइड्स परीक्षण (triglycerides test)

ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर का पता ट्राइग्लिसराइड्स टेस्ट (triglycerides test) से लगाया जा सकता हैं। इसके लिए व्यक्ति का 2-3 ml ब्लड लिया जाता हैं और लैब के बायोकेमिस्ट्री विभाग (biochemistry) में टेस्ट किया जाता हैं। चूंकि यह टेस्ट ब्लड को सेंट्रीफ्यूज करके सीरम वाले भाग से किया जाता हैं, इसलिए कई बार इसे सीरम ट्राइग्लिसराइड्स (serum triglycerides) भी कहा जाता हैं। इस टेस्ट को करवाने के लिए व्यक्ति को बिना कुछ खाएं सुबह का रक्त नमूना देना चाहिए। ट्राइग्लिसराइड्स टेस्ट लिपिड प्रोफाईल टेस्ट (lipid profile test) के अंतर्गत आता हैं जिसमे ट्राइग्लिसराइड्स के साथ कोलेस्ट्रॉल टेस्ट (cholesterol test) भी किया जाता है।


ट्राइग्लिसराइड्स कितना होना चाहिए (triglycerides normal range)

खून में ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) का बढ़ना हाइपरट्राइग्लिसराइडिमिया (Hypertriglyceridemia) कहलाता है। एक व्यक्ति में ट्राइग्लिसराइड्स या TG का स्तर 150 mg/dl (मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर) से कम होना चाहिए। 
150 से 200 मिलीग्राम का स्तर बॉर्डर लाइन माना जाता है और कोशिश करनी चाहिए कि यह 150 के लेवल तक बनी रहे। यदि यह 200 mg/dl से 500 mg/dl तक हैं तो यह स्तर उच्च ट्राइग्लिसराइड्स (high triglycerides) कहलाता है और यह स्तर खतरनाक साबित हो सकता है। 
यदि इसकी मात्रा सामान्य से अधिक है तो आर्टरीज की वॉल कठोर होने लगती है, जिससे स्ट्रोक व दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। पैंक्रियाज में इंफ्लामेशन और सीने में दर्द जैसी समस्या हो सकती है।

500 mg/dl से भी अधिक का ट्राइग्लिसराइड्स स्तर बहुत अधिक होता हैं क्योंकि ट्राइग्लिसराइड्स की अधिक मात्रा शरीर के विभिन्न अंगों जैसे लिवर, रक्त नलिकाओं में जमा होने लगता हैं जो इन फ्यूचर हार्ट अटैक, ऑर्गन फैल्योर का कारण बन सकता हैं।

ट्राइग्लिसराइड्स की शरीर में मात्रा कम होने से भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जैसे- यदि इसकी मात्रा कम है तो थकान और कमजोरी होने लगती है। वजन कम हो सकता है। मांसपेशियों में दर्द और त्वचा रूखी होने लगती है। 

ट्राइग्लिसराइड्स टेस्ट की कीमत (triglycerides test price)

ट्राइग्लिसराइड्स टेस्ट (triglycerides test) की कीमत लैब दर लैब अलग-अलग होती है किंतु सामान्य तौर पर ट्राइग्लिसराइड्स टेस्ट की कीमत 150-300 रूपये होती हैं।

ट्राइग्लिसराइड कैसे कम करें? (How to low triglycerides)

ऊपर आपने ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides)  के बढ़ने के कारणों के बारे में जाना है। इन कारणों से से आपके लिए अधिक ट्राइग्लिसराइड स्तर के कारणों को खोजकर ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) को कम किया जा सकता हैं।

यदि आपका ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) स्तर 200 mg/dl से अधिक है तो इसे कम करने की आवश्यकता होती हैं। ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के लिए आराम पसंद जीवन को त्याग कर परिश्रम करना चाहिए। साथ ही भोजन में ऐसे भोजन को त्याग करना चाहिए जिसमें अधिक कैलोरी हो और तेल से बनी हो। इसके साथ यदि आप शराब पीने और धूम्रपान के आदी हो तो इसका भी त्याग करना पड़ेगा।


ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के लिए सबसे अच्छा भोजन में क्या खाना चाहिए? (Best foods in triglycerides)

ट्राइग्लिसराइड्स कम रहें इसके लिए जरूरी है कि आप ऐसे पदार्थों के सेवन से बचें से बचें जिसमें हाई अमाउंट में फैट हो। हमेशा ऐसा भोजन करना चाहिए जिसमें अधिक मात्रा में फाइबर हो। इसके लिए निम्न खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता हैं।
फल-सब्जियां
मोटे अनाज
सूखे मेवे
तेल रहित खाद्य पदार्थ

ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने के लिए ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल किया जा सकता है। खाद्य विकल्प में ऑयली मछली जैसे सार्डिन, सामन आदि के साथ साथ फिश ऑयल सप्लीमेंट्स शामिल हैं। सोया प्रोटीन से भी कोलेस्ट्रॉल स्तर, एलडीएल स्तर और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर कम होता है जबकि यह एचडीएल को बढ़ाता है जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।

ट्राइग्लिसराइड बढ़ने पर क्या नहीं खाना चाहिए? (Foods prohibited in high triglycerides)

  • तेल में बनी चीजों का सेवन नहीं करें।
  • मूंगफली ट्राइग्लिसराइड्स से भरपूर मात्रा में होता हैं, इनके सेवन से बचें।
  • नियमित व्यायाम या ट्राइग्लिसराइड कम करने की एक्सरसाइज पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
  • शराब या एल्कोहल का सेवन नहीं करें।
  • स्मोकिंगन न करें (Don't smoke)
  • फ़ास्ट फूड खाने से बचें या सिमित प्रयोग करे।
  • हो सके तो गर्म पानी ही पिए।

ट्राइग्लिसराइड्स को संतुलित कैसे रख सकते हैं?

इसके लिए मीठा कम खाएं, व्यायाम बढ़ाएं डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर इसे कम किया जा सकता है। जैसे- भोजन में मीठा और अधिक तले-भुने खाद्य पदार्थ कम करें। दरअसल मीठा यानी कैलोरी की अधिक मात्रा शरीर में जितनी अधिक कैलोरी पहुंचेगी ट्राइग्लिसराइड का स्तर उतना अधिक होगा। कैलोरी के सीमित सेवन के साथ ही यदि एक्सरसाइज की मात्रा को बढ़ाया जाए तो शरीर में पहले से एकत्रित फैट को भी घटाया सकता है, जिससे ट्राइग्लिसराइड का स्तर से घटता है। इसके अलावा एल्कोहल का सेवन करते हैं तो उसे सीमित कर दें या बंद दें। यदि बीपी और डायबिटीज है तो उसे मैनेज करें। पर्याप्त नींद जरूर लें।

ट्राइग्लिसराइड कम करने की दवा (triglycerides medicines)

जल्दी कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के लिए दवाइयों का सहारा लिया जाता हैं। इसके लिए कई तरह की ऐलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होमियोपैथी दवाइयों के सेवन की सलाह दी जाती हैं किंतु इन दवाओं का सेवन स्वयं अपने स्तर पर नहीं करना चाहिए बल्कि डॉक्टर की सलाह पर ही इनका सेवन करना चाहिए।


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