शनिवार, अप्रैल 9

ट्रोपोनिन टी या ट्रॉप-टी टेस्ट क्या है? (Troponin T or Trop-T Test)

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ट्रोपोनिन क्या है? (What is Troponin)

ट्रोपोनिन (troponin) एक प्रकार का प्रोटीन है जो हृदय की मांसपेशियों में पाया जाता है। ट्रोपोनिन आमतौर पर रक्त में नहीं पाया जाता है लेकिन जब हृदय की मांसपेशियां को किसी कारण से नुकसान पहुंचता हैं, तो यह ट्रोपोनिन को रक्तप्रवाह में छोड़ दिया जाता है।

ट्रोपोनिन कार्डियक (हृदय) मांसपेशी फाइबर में पाए जाने वाले प्रोटीन का एक समूह है जो मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करता है।

मुख्य रूप से तीन प्रकार के ट्रोपोनिन प्रोटीन होते हैं-
ट्रोपोनिन सी (troponin C)
ट्रोपोनिन टी (troponin T)
ट्रोपोनिन आई (troponin I)

                                     Troponin T,  Trop-T Test

ट्रोपोनिन टी (Troponin T) या TnT या TropT ट्रोपोनिन कॉम्प्लेक्स (troponin complex) का एक हिस्सा है जो skeleton muscle और heart muscles के संकुचन के अभिन्न अंग हैं।

ट्रोपोनिन टी ट्रोपोमायोसिन (tropomyosin) से जुड़ता है और इसे एक्टिन (actin) पर रखने में मदद करता है और बाकी ट्रोपोनिन कॉम्प्लेक्स के साथ striated muscle के संकुचन को नियंत्रित करता है।
 
ट्रोपोनिन सी (troponin C) कैल्शियम को बांधकर संकुचन शुरू करता है और ट्रोपोनिन I को स्थानांतरित करता है ताकि muscle फाइबर को छोटा करने वाले दो प्रोटीन परस्पर क्रिया कर सकें। जबकि ट्रोपोनिन T मांसपेशी फाइबर संरचना के लिए ट्रोपोनिन कॉम्प्लेक्स को सहारा देता है।

skeleton muscle और heart muscles के बीच ट्रोपोनिन सी में बहुत कम या कोई अंतर नहीं है, लेकिन ट्रोपोनिन I और ट्रोपोनिन T के रूप भिन्न हैं।

रक्त में कार्डियक-विशिष्ट ट्रोपोनिन टी या ट्रोप T की मात्रा का अनुमान लगाने से उन व्यक्तियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिन्होंने अपने दिल को नुकसान पहुंचाया है।


ट्रोपोनिन टी या ट्रॉप टी ट्रोपोनिन परीक्षण क्या है? (what is trop t test)

ट्रोपोनिन टी टेस्ट (Troponin T test) या Trop T test एक प्रकार का ब्लड टेस्ट हैं जिसमें रक्त में ट्रोपोनिन (troponin) के स्तर का पता लगाया जाता है। सामान्य तौर पर रक्त में ट्रोपोनिन टी नहीं पाया जाता हैं जिसे ट्रोप टी टेस्ट नेगेटिव (trop t test negative) कहा जाता हैं। यदि व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है या अन्य कारणों से हार्ट को नुकसान पहुंचा है तो इसे ट्रोप टी टेस्ट पॉजिटिव (trop t test positive) कहा जाता है अर्थात हृदय को नुकसान पहुंचा है। 


ट्रोपोनिन टेस्ट कैसे होता है?

ट्रोपोनिन टेस्ट एक रेपिड टेस्ट है जिसमें किसी ब्लड कलेक्शन साइट्स (blood collection sites) या ब्लड कलेक्शन वैन्स से ब्लड सैंपल लिया जाता हैं। इसमें trop t kit का उपयोग किया जाता हैं जिसे रेपिड कार्ड टेस्ट (RAT) कहा जाता हैं।

कुछ टेस्ट कार्ड सीरम आधारित होते हैं और कुछ ब्लड आधारित। इसके अनुसार सैम्पल संग्रह करके टेस्ट किया जाता हैं। trop t kit में सीरम/रक्त की निश्चित मात्रा को डाला जाता हैं और उसके बाद बफर की 2-3 बूंद मिलाई जाती हैं और 5 मिनट में टेस्ट का रिजल्ट प्राप्त हो जाता हैं।

टेस्ट का रिजल्ट Negative या Positive हो सकता हैं। यदि ब्लड सैंपल में ट्रोपोनिन की उपस्थिति पाई जाती है तो टेस्ट पॉजिटिव होता है और यदि ब्लड सैंपल में ट्रोपोनिन नहीं पाया जाता है तो टेस्ट नेगेटिव माना जाता है।

इसके अलावा इसकी मात्रा को सीरम से भी पता लगाया जा सकता हैं और सीरम में कुल मात्रा कितनी है पता लगाया जा सकता हैं।

ट्रोपोनिन टी नार्मल रेंज (trop-t normal value)

ट्रोपोनिन टेस्ट (Troponin T) टेस्ट की सामान्य रेंज (normal range) 0.04 ng/mL से कम होनी चाहिए। यह रेंज टेस्ट कार्ड डिटेक्ट नहीं कर सकता हैं। इसकी मात्रा बढ़ने पर trop t kit द्वारा पहचान ली जाती हैं जो दो लाइन के रूप में दिखाई देती हैं।
Troponin T का मात्रात्मक जांच में सीरम में मात्रा यदि 0.12 ng/ml या अधिक है तो स्पष्ट है कि हार्ट अटैक हुआ है। हाई ट्रोपोनिन का स्तर हृदय की समस्या का संकेत देता है।


ट्रोपोनिन टी टेस्ट परिणाम (troponin test result)

ट्रॉप टी-टेस्ट (Trop T-Test) या ट्रोपोनिन-टी टेस्ट (Troponin-T Test) Acute Myocardial Infarction मार्कर है। मुख्य रूप से एक ट्रोपोनिन टी टेस्ट रक्त में ट्रोपोनिन टी प्रोटीन के स्तर को मापता हैं। और इसका उपयोग हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाओं यानि मायोसाइट्स (myocytes) को छोटे नुकसान का पता लगाने के लिए किया जाता है। Troponin T टेस्ट रिजल्ट दो प्रकार का हो सकता है।
trop t test negative
trop t test positive

दिल का दौरा पड़ने जैसी चोट के बाद हृदय की मांशपेशियों द्वारा रक्त में ट्रोपोनिन छोड़ दिया जाता हैं। ट्रोपोनिन टी टेस्ट पॉजिटिव का मतलब है कि किसी व्यक्ति को हाल ही में दिल का दौरा पड़ा है जिसे चिकित्सकीय भाषा में myocardial infarction कहा जाता है।

असामान्य परिणाम का क्या मतलब है?

मुख्य रूप से ट्रोपोनिन टी टेस्ट का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि किसी व्यक्ति को दिल का दौरा (heart attack) पड़ा है या नहीं। वे दिल की चोट के अन्य रूपों का मूल्यांकन करने में भी मदद कर सकते हैं।

यहां तक ​​कि ट्रोपोनिन के स्तर में मामूली वृद्धि का मतलब अक्सर हृदय को कुछ नुकसान होता है। ट्रोपोनिन का बहुत अधिक स्तर इस बात का संकेत है कि दिल का दौरा पड़ा है।

दिल का दौरा पड़ने वाले अधिकांश रोगियों में 6 घंटे के भीतर ट्रोपोनिन का स्तर बढ़ जाता है। दिल का दौरा पड़ने के बाद 1 से 2 सप्ताह तक ट्रोपोनिन का स्तर ऊंचा बना रह सकता है।


ट्रोपोनिन टी टेस्ट सीमाएं (Troponin T limitation) 

हालांकि यह टेस्ट दिल का दौरा पड़ने वाले अधिकांश रोगियों में सटीक नतीजे प्रदान करता है लेकिन यदि किसी मे किडनी की बीमारी (kidney disease) हैं तो टेस्ट रिजल्ट गलत रूप से पॉजिटिव हो सकता हैं। इसलिए इसके साथ यूरिया टेस्ट और क्रिएटिनिन टेस्ट भी साथ में करवाना चाहिए।

इसके अलावा यह टेस्ट पुराने हार्ट अटैक को नहीं बताता है। अर्थात हार्ट अटैक के 2 सप्ताह बाद इस टेस्ट की कोई उपयोगिता नहीं है।


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