रविवार, दिसंबर 11

एनीमिया (Anemia) क्या है? कारण, लक्षण, प्रकार और बचाव

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एनीमिया क्या है? (What is anemia)

एनीमिया (anaemia or anemia) शब्द को आपने सुना होगा। WHO के अनुसार एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति में खून की कमी हो जाती हैं जिसे कई बार लाल रक्त कोशिकाओं यानी आरबीसी (RBC) की संख्या में कमी या हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) की मात्रा में कमी के रूप से जाना जाता हैं। 

                               anemia, एनीमिया

मोटे तौर पर किसी भी व्यक्ति के हीमोग्लोबिन की नॉर्मल रेंज 12 ग्राम प्रति माइक्रोलीटर ब्लड से अधिक होनी चाहिए।

एनीमिया के लक्षण (anemia symptom)

शरीर में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए हीमोग्लोबिन की आवश्यकता होती है और यदि आपके पास पर्याप्त हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कोशिकाएं हैं तो शरीर के विभिन्न अंगों तक ऑक्सीजन की सफ्लाई में कमी होगी जिससे निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं।
  • थकान,
  • कमजोरी,
  • चक्कर आना
  • त्वचा, आँख और जीभ के रंग में हल्कापन और
  • सांस की तकलीफ

एनीमिया के प्रकार (types of anemia)

1. पोषण की कमी संबंधी एनीमिया
Pernicious anemia:
Iron-deficiency anemia:
Megaloblastic anemia:

2. वंशानुगत एनीमिया
Sickle cell anemia:
Fanconi anemia:
Diamond-Blackfan anemia:

3. असामान्य लाल रक्त कोशिकाओं के कारण एनीमिया
मैक्रोसाइटिक एनीमिया (Macrocytic anemia)
माइक्रोसाइटिक एनीमिया (Microcytic anemia)
नोर्मोसाईटिक एनीमिया (Normocytic anemia)
हिमो लाइटिक एनीमिया (hemolytic anemia)
एप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic anemia)
ऑटोइम्यून एनीमिया (utoimmune hemolytic anemia)
सिडरोब्लास्टिक एनीमिया (ideroblastic anemia)

एनीमिया किसकी कमी से होता है? / एनीमिया किस विटामिन की कमी से होता है?

खून को बनाने के लिए बहुत से कारक और पोषक तत्व जिम्मेदार होते हैं जिनकी कमी आपको एनीमिया की ओर ले जा सकती हैं। यदि इन पोषक तत्वों की समय-समय पर शरीर में पूर्ति होती हैं तो एनीमिया से बचा जा सकता हैं। 

एनीमिया के सबसे आम कारणों में पोषक तत्वों की कमी, विशेष रूप से आयरन की कमी, फोलेट या फॉलिक एसिड की कमी, विभिन्न प्रकार के विटामिन की कमी महत्वपूर्ण कारण हैं।
हालांकि हर एक विटामिन की खून को बनाने में अहम भूमिका होती हैं- जैसे विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी आदि लेकिन दो विटामिन ऐसे हैं जिनकी कमी सीधे तौर पर एनीमिया के लिए उत्तरदायी हैं और उन विटामिन को एनीमिया के इलाज में उपयोग में लिया जाता हैं। 

इनमें पहला विटामिन हैं - विटामिन बी-9 जिसे फोलिक एसिड, फोलासीन और फोलेट के नाम से भी जाना जाता है। इसकी कमी से लाल रक्त कोशिकाओं का आकार और आकृति में परिवर्तन हो जाता हैं। अधिकतर एनीमिया इसकी कमी से ही होते हैं। इसके लिए आयरन और फॉलिक एसिड की टैबलेट और सिरप दी जाती हैं।

इसी क्रम में दूसरा विटामिन हैं - विटामिन B12 
विटामिन B12 को कोबालमीन (Cobalamin) भी कहा जाता हैं। इसकी कमी से आरबीसी आकार में बड़ी हो जाती हैं जिसे हाई एमसीवी (mcv) से पहचाना जा सकता हैं। इसमें यद्यपि आरबीसी आकार में बढ़ जाती हैं लेकिन इसमें अपर्याप्त हीमोग्लोबिन होता हैं।
इसकी पूर्ति के लिए विटामिन B12 युक्त आहार और दवाई के सेवन की सलाह दी जाती हैं।

एनीमिया से बचने के लिए हमें क्या-क्या खाना चाहिए?

  1. पोषक तत्वों में पहला तत्व हैं विटामिन। हर एक विटामिन की खून के निर्माण में अहम भूमिका होती हैं जैसे विटामिन ए, बी, सी, डी, ई। इन विटामिन से भरपूर हरी शाक-सब्जियों के सेवन से एनीमिया से बचा जा सकता हैं।
  2. हीमोग्लोबिन के निर्माण में आयरन का मुख्य रोल होता हैं, इसलिए आयरन युक्त आहार जैसे पालक, चुकंदर, बैंगन आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
  3. कुछ पीले और लाल रंग के फल जैसे सेव, अनार, गाजर का सेवन भी फायदेमंद रहता हैं।
  4. कुछ मोटे अनाज जैसे बाजरा, मक्का, दाल का सेवन भी किया जा सकता हैं।
  5. इसके अलावा मीट का सेवन से हीमोग्लोबिन में कभी कमी नहीं होती हैं और जो लोग शाकाहारी हैं उनको कुछ डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही, मखन, पनीर का नियमित सेवन से रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से बचा जा सकता हैं।





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